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Nios Class 12th PHYSICS (312) Handwritten Solved TMA Hindi Medium Session 2024-25

Document Type: PDF 2 MB

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Manish Verma By Manish Verma
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Nios Class 12th PHYSICS (312) Handwritten Solved TMA Hindi Medium Session 2024-25

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Nios Class 12th PHYSICS (312) Handwritten Solved TMA Hindi Medium Session 2024-25

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    Updated for 2024–25 – Based on the latest syllabus and TMA questions

    Questions Covered in This PDF:

    प्रश्न 1 निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।

    (A) नीचे दिए गए क्रियाकलाप के चरणों को पढ़ें और उसके बाद आने वाले प्रश्नों के उत्तर दें:

    एक स्टील स्प्रिंग लेकर उसका उपरी सिरा दीवार में लगे किसी दृढ़ अवलंब से स्थिर कर, इसके किनारे एक मीटर स्केल को चित्र में दिखाए अनुसार व्यवस्थित किया गया |

    इसके निचले सिरे पर लगे हैंगर पर एक-एक कर 100 ग्राम भार लटका कर (जिसका अर्थ है कि प्रत्येक 100 ग्राम भार डालते समय, खींचने वाला बल 1N बढ़ जाता है।) स्प्रिंग की लंबाई में होने वाली वृद्धि को हर बार नोट किया गया, जब तक कि भार 500 ग्राम तक न पहुंच जाए।

    (i) उस नियम का नाम बताते हुए परिभाषित कीजिये जो उपरोक्त क्रियाकलाप में प्रदर्शित किया गया है।

    (ii) उपरोक्त क्रियाकलाप के लिए भार और लम्बाई में हुई वृद्धि के बीच ग्राफ का एक सामान्य आकार बनाएं। ऐसे ग्राफ़ का ढलान क्या दर्शाता है?

    B) 0.2cm2 अनुप्रस्थ परिच्छेद क्षेत्रफल वाली एक स्टील के तार की लंबाई को 25% बढ़ाने के लिए आवश्यक बल की गणना करें दिया है Y = 2 × 1011 Nm 2. यदि इस तार को दो बराबर भागों में काटा जाए तो प्रत्येक भाग का यंग का गुणांक क्या होगा?

    प्रश्न 2 निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।

    (A) 200 ग्राम द्रव्यमान का एक सरल अवर्त दोलित्र 0.04 मीटर के आयाम के साथ दोलन करता है। यदि इसका आवर्तकाल 10 सेकंड है, तो निम्नलिखित स्थितयों पर इसकी स्थितिज और गतिज ऊर्जा की गणना करें.
    (i) माध्य स्थिति पर
    (ii) चरम स्थिति पर

    (B) नीचे दिए गए क्रियाकलाप के चरणों को पढ़ें और उसके बाद आने वाले प्रश्नों के उत्तर दें

    • दोनों ओर से जुड़ी हुई एक कठोर क्षैतिज छड़ लीजिए।

    • इसके सिरों को जोड़ते हुए एक ढीला लेकिन मजबूत धागा बांधे और चित्र में दिखाए अनुसार इससे चार लोलक A, B, C, D लटकाएं।
    • लोलक A और B की लंबाई समान है, जबकि C की लंबाई A और B से छोटी और D की लंबाई अधिक है।
    • लोलक B में एक भारी गोलक है। लोलक B को दोलन कराएं।
    • कुछ मिनटों के बाद यह देखा जा सकता है कि अन्य तीन लोलक भी दोलन करना शुरू कर देते हैं।
    (i) यदि उपरोक्त क्रियाकलाप में लोलक B, 2 Hz की आवृत्ति के साथ दोलन करता है, तो लोलक C और D की दोलन की आवृत्ति क्या होगी ?
    (ii) लोलक C और D द्वारा किये जाने वाले दोलनों के प्रकार को क्या कहा जाता है?
    (iii) यह देखा गया है कि लोलक A अपेक्षाकृत अपनी स्वाभाविक आवृत्ति के साथ बड़े आयाम से दोलन करता है| इस व्यवहार के लिए उत्तरदायी घटना का नाम बताइए।

    प्रश्न 3. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।

    (A) भू-तरंग संचरण को परिभाषित करें। किसी पांचवीं पीढ़ी (5G) सेलुलर नेटवर्क रेडियो तरंग की आवृत्ति 3300 MHz है। क्या इस रेडियो तरंग को भू-तरंग संचरण के माध्यम से संचरित किया जा सकता है? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिये।

    (B) जगदीश चंद्र बोस एक अग्रणी भारतीय वैज्ञानिक थे जो माइक्रोवेव का उपयोग करके सूचना के वायरलेस प्रसारण पर अपने काम के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड रेले द्वारा आमंत्रित 1897 में बोस ने रॉयल इंस्टीट्यूशन और इंग्लैंड की अन्य सोसायटियों को अपने माइक्रोवेव (मिलीमीटर - वेव) प्रयोगों की सूचना दी। उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली तरंगों का तरंग दैर्ध्य 2.5 सेमी से 5 मिमी तक था।

    माइक्रोवेव (सूक्ष्म) तरंगों की आवृत्ति और तरंग दैर्ध्य परिसर लिखें। 2.5 cm और 5 mm तरंग दैर्ध्य वाली तरंगों की आवृत्ति भी ज्ञात करें।

    प्रश्न 4. निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 100-150 शब्दों में दीजिए।

    (A) ऋषि एक किसान है जिसके पास खेत का एक छोटा सा टुकड़ा है जो एक आयत के रूप में है जिसकी लंबाई और चौड़ाई क्रमशः 40.25 मीटर और 30.75 मीटर है। ऋषि अपने खेत की सीमा के साथ-साथ एक कोने (जिसे मूल निर्देशांक माना जा सकता है) से चलना शुरू करते हुए अपने खेत की सीमा / गरिमाग का आधा हिस्सा पूर्ण कर लेता है।
    (i) सार्थक अंको को ध्यान में रखते हुए, ऋषि के खेत के क्षेत्रफल की गणना m2 तथा cm 2 दोनों में कीजिये |
    (ii) प्रासंगिक आरेख की सहायता से, ऋषि के परिणामी विस्थापन सदिश को निर्देशांक अक्षो की दिशा में इकाई सदिशों के रूप में व्यक्त करें।
    (III) सदिश योग का नियम को परिभाषित कीजिये जिसका उपयोग आपने ऋषि के परिणामी विस्थापन की गणना के लिए किया था।
    (iv) ऋषि के क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर विस्थापन सदिशों का बिंदु और क्रॉस गुणन ज्ञात कीजिये ।

    (B) अरमान अपने ट्रैक्टर को कीचड़ भरे मैदान में चलाते समय देखता है कि मिट्टी टायरों से तब तक चिपकी रहती है जब तक कि वेग बहुत अधिक न हो जाए और फिर यह नीचे दिए गए चित्र में दिखाए अनुसार स्पर्शरेखा की दिशा में गति करते हुए टायर से अलग हो जाती है। कीचड़ भरे इलाके में फंसे व एक ही जगह घुमते हुए, अरमान के ट्रैक्टर के पिछले टायर का व्यास और द्रव्यमान क्रमश: 70 cm और 56 kg है।

    (i) कारण बताइए कि टायर की गति के दौरान, टायर से चिपकी हुई मिट्टी स्पर्शरेखा की दिशा में क्यों गिरती है?

    (ii) यदि टायर से संपर्क टूटने पर मिट्टी का प्रारंभिक स्पर्शरेखिय वेग 2 मीटर/सेकेंड है और प्रक्षेपण का कोण 30° है, तो नीचे दिए गए चित्र के अनुसार, टायर से फेंकी गई मिट्टी की अधिकतम परास और अधिकतम ऊंचाई ज्ञात करें।

    (iii) यदि अरमान के ट्रैक्टर के पिछले टायर को केंद्रीय अक्ष के चारों ओर घूमने वाला छल्ला माना जाए तो टायर के केंद्रीय अक्ष के परितः जड़त्व आघूर्ण को परिकलित कीजिए।

    प्रश्न 5.निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 40-60 शब्दों में दीजिए।

    (A) (i) कमरे के ताप पर हाइड्रोजन अणुओं और ऑक्सीजन अणुओं की वर्ग माध्य मूल वेग का अनुपात ज्ञात करें। [ दिया गया है: H परमाणु का मोलर द्रव्यमान 1 u है, 0 परमाणु का मोलर द्रव्यमान 16 u है] |

    (ii) क्या गैस अणुओं की औसत वेग और वर्ग माध्य मूल वेग समान होते हैं? पाँच अणुओं का उदाहरण लेकर समझाइए जिनका वेग क्रमशः 2, 3, 5, 7, 11 इकाई है।

    (B) (i) सौर स्थिरांक क्या है? पृथ्वी पर इसका मान क्या है?

    (ii) नीचे दिए गए स्रोत को पढ़ें और उसके बाद आने वाले प्रश्न का उत्तर दें: आदित्य-एल1 सौर वातावरण का अध्ययन करने के लिए एक उपग्रह है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और विभिन्न अन्य भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थानों द्वारा बनाया और विकसित किया गया है। इसे सूर्य - पृथ्वी प्रणाली के एक विशेष बिन्दु जिसे लैग्रेंजियन बिंदु 1 (L1) के नाम से जाना जाता है, में रखा गया है, जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर है जिसका अभिप्राय है कि आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर सूर्य की ओर निर्देशित रहता है, जो पृथ्वी सूर्य की दूरी का लगभग 1% है।

    उपरोक्त आंकड़ों की सहायता से, L1 बिंदु के आसपास के क्षेत्र तक इकाई समय में, इकाई क्षेत्र में पहुंचने वाली सौर ऊर्जा का अनुमान लगाएं।

     

    प्रश्न6.नीचे दी गई परियोजनाओं में से कोई एक परियोजना तैयार कीजिए।

    (A) एक लेंस निर्माता ने साधारण कांच (अपवर्तनांक = 1.5) के विभिन्न पतले उत्तल लेंसों को बनाया, जिनकी फोकल दूरी, उनकी सतहों की वक्रता की त्रिज्या के मान के अनुसार अलग-अलग है और उन्हें L1, L2, L3 और L4 के रूप में चिन्हित किया। हालाँकि, ये लेंस अपने चिन्ह के साथ मिश्रित हो गए और उनके पास लेंस सतहों की वक्रता की त्रिज्या के मान से संबंधित विवरण ही बचा हुआ है जो नीचे दी गई तालिका में दिया गया है। एक ग्राहक राजू 10 cm फोकल दूरी का एक लेंस खरीदना चाहता है। लेंस निर्माता को राजू को कौन सा लेंस देना चाहिए?
    राज 10 cm की फोकल दरी वाला लेंस अपने घर लाया और अलग-अलग परिस्थितियों में. 1 cm लंबाई वाली सुई की स्थिति बदल-बदलकर, सुई का प्रतिबिम्ब बनाया। सुई की विभिन्न स्थितियों के आधार पर नीचे दी गई तालिका भरें:

    (B) हमें आसपास की दुनिया के बारे में अधिकांश जानकारी अपनी आँखों से मिलती है। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं, बिना सहायता प्राप्त आँखों की सीमाएँ होती हैं, जो वस्तुएँ हमसे बहुत दूर होती हैं जैसे तारे, ग्रह आदि यह हमे इतनी छोटी दिखाई देती हैं कि हम उनका विवरण देखने में असमर्थ होते हैं। इसी प्रकार, जो वस्तुएं बहुत छोटी हैं, उदाहरण के लिए, परागकण, जीवाणु, विषाणु आदि नग्न आंखों से अदृश्य रहते हैं। हम अति सूक्ष्म एवं अति दूर की वस्तुओं को कैसे देख सकते हैं? इस उद्देश्य के लिए बनाए गए विशेष उपकरणों को प्रकाशीय यंत्र कहा जाता है।

    (i) उन प्रकाशीय यंत्र के नाम बताइए जिनका उपयोग बहुत सूक्ष्म वस्तुओं जैसे पराग कण, बैक्टीरिया, वायरस आदि को देखने के लिए किया जाता है। ऐसे उपकरण द्वारा प्रतिबिम्ब के निर्माण को दिखाने के लिए एक किरण आरेख बनाएं।

    (ii) ऐसे प्रकाशीय यंत्र के नाम बताइए जिनका उपयोग तारों, ग्रहों आदि जैसी बहुत दूर की वस्तुओं को देखने के लिए किया जाता है, जिन्हें उपयुक्त उत्तल लेंस की एक जोड़ी का उपयोग करके डिज़ाइन किया गया है। ऐसे उपकरण द्वारा प्रतिबिम्ब के निर्माण को दर्शाने के लिए एक किरण आरेख बनाएं। सामान्य समायोजन में इसकी आवर्धन क्षमता का सूत्र भी ज्ञात कीजिए ।

    (iii) रजनी, एक बहुत ही जिज्ञासु शिक्षार्थी है, उसे खगोल विज्ञान में गहरी रुचि है और वह तारों, ग्रहों आदि के बारे में अध्ययन करना चाहती है। उसने घर पर एक प्रकाशीय यंत्र डिजाइन करने का विचार किया जो उसे रात्रि के आकाश में दिखाई देने वाले सितारों, ग्रहों आदि को स्पष्ट रूप से देखने में मदद कर सके। इसके लिए उसे अपने पास मौजूद तीन अलग-अलग लेंसों में से एक जोड़ी लेंस का उपयोग करना है, जिसका विवरण नीचे दिया गया है:
    वांछित प्रकाशीय यंत्र को सामान्य समायोजन में डिजाइन करने और उच विभेदन क्षमता के साथ अधिकतम आवर्धन क्षमता प्राप्त करने के लिए रजनी को लेंस की कौन सी जोड़ी चननी चाहिए ? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिये ।

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